पुराणों और हिंदू पंचांग के अनुसार महाशिवरात्रि का पर्व बेहद खास माना जाता है। इस दिन शिव भक्त अपने आराध्य महादेव की पूजा- व्रत और कथा करते हैं। महाशिवरात्रि हिंदुओं का प्रमुख त्योहार माना जाता है, हिंदू कैलेंडर के अनुसार फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को शिवरात्रि का उत्सव मनाया जाता है। इस दिन शिवलिंग के रुद्राभिषेक का खास महत्व होता है। इस साल शिवरात्रि का पर्व शुक्रवार (21 फरवरी) को मनाया जा रहा है। लोग इस पर्व पर भगवान शिव का पूजन और व्रत से सभी रोग और शारीरिक दोष समाप्त हो जाते हैं। लोग महाशिवरात्रि के पर्व को पूरे उल्लास के साथ मनाते हैं।
क्यों खास है इस साल की महाशिवरात्रि?
इस साल की शिवरात्रि को बेहद खास माना जा रहा है। क्योंकि इस बार शिवरात्रि पर 117 साल बाद शनि और शुक्र का दुर्लभ योग बन रहा है। जानकारों के अनुसार इस साल शिवरात्रि पर शनि अपनी स्वयं की राशि मकर में और शुक्र ग्रह अपनी उच्च राशि मीन में रहेगा। यह एक दुर्लभ योग है, जब ये दोनों बड़े ग्रह शिवरात्रि पर इस स्थिति में रहेंगे। इससे पहले ऐसी स्थिति साल 1903 में बनी थी। इस योग में भगवान शिव की आराधना करने पर शनि, गुरू, शुक्र के दोषों से मुक्ति मिल सकती है। नए कार्य की शुरुआत के लिए भी यह खास योग माना जाता है।
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