प्रदेश कांग्रेस नेताओं में बागियों की वापसी को लेकर भले ही एक राय न हो लेकिन प्रदेश प्रभारी ने साफ कर दिया है कि ऐसे नेताओं की पार्टी में वापसी संभव है. कुमाऊं के पहले दौरे पर हल्द्वानी पहुंचे कांग्रेस प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव ने साफ कर दिया है कि गुण, दोष और ट्रैक रिकॉर्ड के आधार पर नेताओं की घर वापसी संभव है. इससे साफ़ है कि साल 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी छोड़कर गए बड़े नेताओं के लिए कांग्रेस के दरवाजे खुले हैं. यानी कांग्रेस ऐसे नेताओं को दोबारा से पार्टी में शामिल कर सकती है. हालांकि देंवेंद्र यादव ने लगे हाथ ये भी साफ कर दिया है कि किसी की भी घर वापसी का अंतिम फैसला कांग्रेस हाईकमान ही करेगा.
साल 2017 के विधानसभा चुनाव से पूर्व सीएम विजय बहुगुणा से लेकर कद्दावर नेता यशपाल आर्य, हरक सिंह रावत, सुबोध उनियाल, रेखा आर्य, उमेश शर्मा काऊ जैसे बड़े कांग्रेस नेताओं ने पार्टी छोड़ बीजेपी का दामन थाम लिया था. इन नेताओं के पार्टी छोड़ने से कांग्रेस को बड़ा नुकसान हुआ था. कांग्रेस 2017 के चुनावों में महज 11 सीटों पर सिमट गई थी. पार्टी के प्रदेश प्रभारी के रुख से साफ है कि 2022 में वह डैमेज कंट्रोल करना चाहते हैं.