उत्तराखंड में चार धाम यात्रा शुरू होने में कुछ ही माह का समय शेष बचा है चार धाम की यात्रा को सफल बनाने के लिए शासन और प्रशासन अभी से अपनी पीठ थपथपाते हुए नजर आ रही है लेकिन अगर वास्तविकता में जमीनी हकीकत को देखा जाए तो शासन और प्रशासन की नाकामयाबी कहें या मूकदर्शक बनकर निर्माण कार्य को देख कर अनदेखा करना”
इसका जीता जागता उदाहरण हरबर्टपुर से यमुनोत्री राजमार्ग पर देखा जा सकता है
“गौरतलब है कि शासन और प्रशासन के कई बड़े अधिकारी और नेता इस सड़क मार्ग से अपनी यात्रा करते हैं लेकिन आलीशान गाड़ियों पर बैठकर शायद उन्हें सड़क पर गड्ढों का अंदाजा नहीं हो पाता”
आपको बता दें कि देश और विदेश के श्रद्धालुओं के लिए आगामी 26 अप्रैल को विश्व प्रसिद्ध यमुनोत्री और गंगोत्री के कपाट खोल दिए जाएंगे जिसके चलते हर साल यहां हजारों की तादात में श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं लेकिन इस बार भी श्रद्धालुओं को हिचकोले खा कर अपनी यात्रा करनी पड़ सकती है यात्रा के नाम पर हर वर्ष राष्ट्रीय राज्य मार्ग का सुधारी करण का कार्य किया जाता है लेकिन शासन और प्रशासन की अनदेखी के कारण निर्माणदाई कंपनियों की कार्यप्रणाली पर लगातार सवाल उठने लगे हैं आपको बता दें 507 पर सड़क सुधारी करण व दीवार आदि का काम जोरो जोरो पर चल रहा है जिसका काम AA कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा किया जा रहा है आपको बता दें कि बीते दिन पहाड़ों पर हुई बारिश से कंस्ट्रक्शन कंपनी की बनाई गई दीवार एक बारिश भी नहीं झेल पाई और देखते ही देखते हैं पूरी दीवार धराशाई हो गई इसके बाद निर्माण डाई कंपनी पर सवालिया निशान खड़े होने शुरू हो गए इतना ही नहीं उनके द्वारा बनाई गई सड़क भी कुछ ही दिनों में उखड़ने की कगार पर है
बड़कोट से नौगांव की दूरी 10 किलोमीटर है आज 10 किलोमीटर में निर्माण का एक कंपनी AA कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा पेंटिंग का काम किया गया था लेकिन कुछ समय बाद ही कंपनी के निर्माण कार्य पर लगातार सवालिया निशान खड़े उठने शुरू हो गए स्थानीय निवासियों ने कंपनी पर आरोप लगाते हुए कहा है कि कंपनी लगातार अपनी मनमानी से काम कर रही है जिसकी मॉनिटरिंग करने वाला कोई नहीं है जिससे कि कंपनी घटिया सामग्री यूज कर निर्माण कार्य कर रही है
अब देखना यह होगा कि निर्माणदाई पर प्रसाशन किस तरह नकेल कसता है या फिर खानापूर्ति कर सिर्फ मूकदर्शक बनकर रहता है