Monday, September 25, 2023
Home एक्सक्लूसिव e-RUPI: पीएम मोदी ने किया लॉन्च, बोले- डिजिटल भुगतान में जुड़ेगा नया...

e-RUPI: पीएम मोदी ने किया लॉन्च, बोले- डिजिटल भुगतान में जुड़ेगा नया आयाम, जानें इसके बारे में सबकुछ

e-RUPI डिजिटल भुगतान प्लेटफॉर्म है, जिसे पूरी तरह से कैशलेस व कॉन्टेक्टलेस यानी संपर्करहित बनाया गया है। यह डिजिटल प्लेटफॉर्म सुनिश्चित करेगा कि लेनदेन पूरा होने के बाद ही सेवा प्रदाता को भुगतान किया जाए। आइए जानते हैं ई-रुपी क्या है, यह काम कैसे करेगा और इसका इस्तेमाल कहां हो सकता है।

डिजिटल गवर्नेंस को एक नया आयाम : मोदी
पीएम मोदी ने इस मौके पर कहा कि आज देश, डिजिटल गवर्नेंस को एक नया आयाम दे रहा है। ई-रुपी वाउचर, देश में डिजिटल ट्रांजेक्शन को, डीबीटी को और प्रभावी बनाने में बहुत बड़ी भूमिका निभाने वाला है। इससे टार्गेटेड, ट्रांस्पेरेंट और लीकेज फ्री डिलिवरी में सभी को बड़ी मदद मिलेगी।

सरकार ही नहीं, अगर कोई सामान्य संस्था या संगठन किसी के इलाज में, किसी की पढाई में या दूसरे काम के लिए कोई मदद करना चाहता है तो, वो कैश के बजाय ई-रुपी दे पाएगा। इससे सुनिश्चित होगा कि उसके द्वारा दिया गया धन, उसी काम में लगा है, जिसके लिए वो राशि दी गई है।

पीएम ने कहा कि ई-रुपी, एक तरह से पर्सन के साथ-साथ परपस स्पेसिफिक भी है। जिस मकसद से कोई मदद या कोई बेनिफिट दिया जा रहा है, वो उसी के लिए प्रयोग होगा, ये ई-रुपी सुनिश्चित करने वाला है। उन्होंने कहा कि लेकिन आज देश ने उन लोगों की सोच को नकारा भी है, और गलत भी साबित किया है। आज देश की सोच अलग है, नई है। आज हम टेक्नोलॉजी को गरीबों की मदद के, उनकी प्रगति के एक टूल के रूप में देख रहे हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पहले हमारे देश में कुछ लोग कहते थे कि टेक्नोलॉजी तो केवल अमीरों की चीज है, भारत तो गरीब देश है, इसलिए भारत के लिए टेक्नोलॉजी का क्या काम? जब हमारी सरकार टेक्नोलॉजी को मिशन बनाने की बात करती थी तो बहुत से राजनेता, कुछ खास किस्म के एक्सपर्ट्स उस पर सवाल खड़ा करते थे।

भारत आज दुनिया को दिखा रहा है कि टेक्नोलॉजी को एडॉप्ट करने में, उससे जुडने में वो किसी से भी पीछे नहीं हैं। इनोवेशन की बात हो, सर्विस डिलीवरी में टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल हो, भारत दुनिया के बड़े देशों के साथ मिलकर ग्लोबल लीडरशिप देने की क्षमता रखता है।

उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने पीएम स्वनिधि योजना की शुरुआत की। आज देश के छोटे-बड़े शहरों में, 23 लाख से अधिक रेहड़ी-पटरी और ठेले वालों को इस योजना के तहत मदद दी गई है। इसी कोरोना काल में करीब-करीब 2300 करोड़ रुपए उन्हें दिए गए हैं।

देश में डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर और डिजिटल ट्रांजेक्शन के लिए जो काम पिछले 6-7 वर्षों में हुआ है, उसका लोहा आज दुनिया मान रही है। विशेषकर भारत में फिनटेक का बहुत बड़ा आधार तैयार हुआ है। ऐसा आधार तो बड़े-बड़े देशों में भी नहीं है।

क्या है ई-रुपी?
ई-रुपी को भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) ने अपने यूपीआई प्लेटफॉर्म पर वित्तीय सेवा विभाग, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय और राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के सहयोग से विकसित किया हैं। यह डिजिटल भुगतान के लिए पूरी तरह से एक कैशलेस और कॉन्टैक्टलेस साधन है।

क्या हैं इसके फायदे?

  • व्यवस्था के उपयोगकर्ता अपने सेवा प्रदाता के केंद्र पर कार्ड, डिजिटल भुगतान एप या इंटरनेट बैंकिंग एक्सेस के बिना ही वाउचर की राशि को प्राप्त करने में सक्षम होंगे।
  • ई-रुपी बिना किसी फिजिकल इंटरफेस के डिजिटल तरीके से लाभार्थियों और सेवा प्रदाताओं के साथ सेवाओं के प्रायोजकों को जोड़ता है।
  • इसके तहत यह भी सुनिश्चित किया जाता है कि लेनदेन पूरा होने के बाद ही सेवा प्रदाता को भुगतान किया जाए।
  • प्री-पेड होने की वजह से सेवा प्रदाता को किसी मध्यस्थ के हस्तक्षेप के बिना ही सही समय पर भुगतान संभव हो जाता है।
  • यह डिजिटल पेमेंट सॉल्यूशन कल्याणकारी सेवाओं की भ्रष्टाचार-मुक्त आपूर्ति सुनिश्चित करने की दिशा में एक क्रांतिकारी पहल हो सकता है।

    कहां हो सकता है ई-रुपी का इस्तेमाल?

  • इसका उपयोग मातृ और बाल कल्याण योजनाओं के तहत दवाएं और पोषण संबंधी सहायता, टीबी उन्मूलन कार्यक्रमों, आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना जैसी स्कीमों के तहत दवाएं और निदान, उर्वरक सब्सिडी, इत्यादि देने की योजनाओं के तहत सेवाएं उपलब्ध कराने में किया जा सकता है।
  • यहां तक कि निजी क्षेत्र भी अपने कर्मचारी कल्याण और कॉर्पोरेट सामाजिक दायित्व कार्यक्रमों के तहत इन डिजिटल वाउचर का उपयोग कर सकता है।

कैसे करता है काम?
e-RUPI एक प्रीपेड ई-वाउचर है। यह क्यूआर कोड या एसएमएस स्ट्रिंग के आधार पर ई-वाउचर के रूप में काम करता है, जिसे लाभार्थियों के मोबाइल फोन पर पहुंचाया जाता है। यह प्लेटफॉर्म उपयोगकर्ताओं को कार्ड, डिजिटल भुगतान एप या इंटरनेट बैंकिंग एक्सेस के बिना वाउचर को भुनाने की अनुमति देगा। ई-रुपी, सेवाओं के स्पॉन्सर्स को बिना किसी फिजिकल इंटरफेस के डिजिटल तरीके से लाभार्थियों और सेवा प्रदाताओं से जोड़ता है।

Source Link

RELATED ARTICLES

उत्तराखंड में भू कानून लागू करने व मूल निवास की मांग को लेकर राज्य आंदोलनकारियों द्वारा निकाली गयी रैली

  उत्तराखंड में भू कानून लागू करने व मूल निवास की मांग को लेकर राज्य आंदोलनकारियों द्वारा परेड ग्राउंड से मुख्यमंत्री आवास तक निकाली गयी...

एसजीआरआर विश्वविद्यालय की योग छात्रा साक्षी को युवा खेल महोत्सव में मिला सर्वोच्च स्थान

एसजीआरआर विश्वविद्यालय की योग छात्रा साक्षी को युवा खेल महोत्सव में मिला सर्वोच्च स्थान श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय 25 हज़ार रुपये का चैक प्रदान कर...

श्री महंत इंद्रेश अस्पताल की काॅर्डियोलाॅजिस्ट डाॅ रिचा शर्मा को सिंगापुर में मिला बेस्ट क्लिनिकल केस पुरस्कार

  श्री महंत इंद्रेश अस्पताल की काॅर्डियोलाॅजिस्ट डाॅ रिचा शर्मा को सिंगापुर में मिला बेस्ट क्लिनिकल केस पुरस्कार देहरादून। श्री महंत इंद्रेश कपड़े डाल दो मैं घंटे...

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -

Most Popular

उत्तरकाशी में फिर महसूस किए भूकंप के झटके, मापी गई 3.0 तीव्रता

देहरादून। उत्तरकाशी जिला मुख्यालय सहित आसपास के क्षेत्रों में सोमवार आज सुबह 8:35 बजे भूकंप के झटके महसूस किया गया। हालांकि भूकंप से किसी तरह...

एशियाई खेल 2023- शूटिंग टीम ने दिलाया भारत को पहला स्वर्ण पदक

दिल्ली। एशियाई खेल 2023 में भारत को पहला स्वर्ण पदक शूटिंग टीम ने दिलाया है। एशियाई खेलों का आधिकारिक आगाज होने के बाद दूसरे दिन...

13 साल की नाबालिग से दुष्कर्म में दुकान संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज

देहरादून। नाबालिग से दुष्कर्म में राशन की दुकान चलाने वाले व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है। आरोपी ने पीड़िता को धमकी दी कि किसी...

चीन के गायब होते मंत्री

श्रुति व्यास पहले विदेश मंत्री चिन गांग गायब हुए। आज तक उनका कोई अतापता नहीं है। अब चीन के रक्षा मंत्री जनरल ली शांगफू भी...

महाराज ने नैनीताल जनपद को दिया 14 करोड़ 77 लाख की विकास योजनाओं का तोहफा

नंदा देवी मेले को राजकीय मेला घोषित किया बूथ नं. 91 में “मन की बात” में किया प्रतिभाग नैनीताल। प्रदेश के लोक निर्माण, पर्यटन, सिंचाई, लघु सिंचाई,...

1000 करोड़ का उत्तराखंड सरकार से करार कर चुके आनंद महिंद्रा ने कहा ‘होम इज वेयर द हार्ट इज’

एक्स पर कहा, दुनिया में हॉस्पिटैलिटी के क्षेत्र में सर्वाधिक अवसर भारत में उत्तराखंड में इन्वेस्टर समिट को लेकर उद्योग जगत में उत्साह का माहौल देहरादून। उत्तराखंड...

मणिपुर में इंटरनेट सेवाएं शुरू- सरकार की चेतावनी, लूटे गए हथियार 15 दिनों में लौटाएं

इंफाल। मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने जानकारी देते हुए कहा आज से इंटरनेट सेवाएं जनता के लिए शुरू कर दी जाएंगी। मणिपुर सरकार...

एक महीने के लिए आलू खाना बंद कर दें, इसके बाद शरीर पर होगा कुछ ऐसा असर…

आलू…हमारी डाइट का अहम हिस्सा है. यह इंडियन किचन में इस्तेमाल में आने वाला सबसे महत्वपूर्ण सब्जी है. आलू के साथ सबसे अच्छी बात...

दुष्कर्म के आरोपी को भगाने की कोशिश में महिला एएसआई के साथ की मारपीट

हरियाणा। करनाल के निसिंग थाने में तैनात महिला एएसआई के साथ एक व्यक्ति समेत पांच महिलाओं ने मिलकर मारपीट की और वर्दी फाड़ दी। आरोपियों...

प्रदेश के अधिकतर हिस्सों में बारिश होने की संभावना, दो जिलों को छोड़कर अन्य जिलों में अलर्ट जारी

देहरादून। देश के पर्वतीय जिलों में शनिवार को कहीं-कहीं हल्की बारिश हुई। हालांकि मैदानी इलाकों में बादल छाए रहने से उमस से राहत मिली। रविवार...

Recent Comments