उत्तराखंड में कोरोना वायरस का प्रकोप जारी है. रोज सैकड़ों मरीज सामने आ रहे हैं. इस बीच खबर है कि जूना अखाड़े के 200 साधुओं का गुरुवार को कोरोना टेस्ट हुआ था, जिसकी रिपोर्ट शुक्रवार को आने की संभावना है. वहीं, आनंद अखाड़े ने भी 17 अप्रैल से अपनी तरफ से कुंभ खत्म होनी की बात कही है. सूत्रों के अनुसार, 16 अप्रैल को सभी अखाड़े आपस में इस बाबत मिल कर बातचीत कर सकते हैं. हालांकि, अभी अखाड़ों की तरफ से कोई बयान नहीं आया है. वहीं, मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत शुक्रवार शाम 5 बजे कोरोना संक्रमण के चलते पैदा हुए हालात पर बैठक करेंगे. इस मीटिंग में कुंभ को लेकर भी चर्चा हो सकती है.
जानकारी के मुताबिक, कोरोना जांच करने के लिए मेडिकल कर्मचारी खुद अखाड़ों में जा रहे हैं, जहां साधु-संतों का सैंपल लिया जा रहा है. हरिद्वार के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एसके झा ने कहा कि अभी तक हरिद्वार में 30 साधु-संत कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं.
कोरोना संक्रमित हुए महामंडलेश्वर की मौत हो गई है. इसके बाद हड़कंप मच गया है. जानकारी के मुताबिक, निर्वाणी अखाड़ा, चित्रकूट के महामंडलेश्वर कपिल देव का देहरादून के एक निजी हॉस्पिटल में 3 दिन पहले से कोविड-19 का इलाज चल रहा था. उनके फेफड़ों में कोविड का संक्रमण बढ़ जाने की वजह से उनकी मौत हो गई. महाकुंभ से अब तक 20 से अधिक संत और 5 दिन के अंदर 1700 लोगों की जांच रिपोर्ट कोविड पॉजिटिव आई है. इसमें श्रद्धालुओं के साथ 20 से अधिक साधु-संत शामिल हैं. अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी भी कोविड-19 संक्रमित हैं. उनका एम्स ऋषिकेश में उपचार चल रहा है.