विकासनगर( देहरादून)। जल विद्युत परियोजना के निर्माण के समय में ढकरानी स्थित जलविद्युत गृह के पास बना खूबसूरत पार्क विभागीय अनदेखी का शिकार हो गया है। रख रखाव के अभाव में पार्क दिन प्रतिदिन अपना अस्तित्व खो रहा है। उधर ढकरानी ग्राम पंचायत ने पार्क की दशा सुधारने या फिर पार्क को ग्राम पंचायत को सौंपने की मांग सरकार से की है।
साठ के दशक में जिस समय डाकपत्थर से लेकर कुल्हाल व उत्तर प्रदेश के खारा तक जलविद्युत परियोजनाओं का निर्माण किया गया उस समय ढकरानी में एक खूबसूरत पार्क भी बना। जलविद्युत गृह के एकदम पास व जलविद्युत परियोजनाओं को पानी की सप्लाई देने के लिए बनाई गई शक्तिनहर के किनारे पर बने इस पार्क को सुंदरता की दृष्टि से व्यापक स्तर पर सजाया-संवारा गया था। पार्क में उस समय सुंदर फूलों के बगीचे व यहां आने वाले क्षेत्रवासियों के बैठने के लिए पत्थर की बेंच आदि बनाई गई थीं। परंतु उत्तराखंड राज्य बनने के बाद जलविद्युत गृहों के सिंचाई विभाग से जलविद्युत निगम के पास चले जाने के बाद पार्क की स्थिति दयनीय होती चली गई।
उधर, जलविद्युत निगम ने भी पार्क का रखरखाव करने के बजाए अपने मुख्य कार्य बिजली उत्पादन तक ही अपना ध्यान सीमित रखा। जिससे पार्क बदहाल हो गया। ग्राम पंचायत ढकरानी ने पार्क की बदहाली को दूर करने की मांग सरकार से की। ग्राम प्रधान जहीरा खातून का कहना है, पार्क गांव की सुंदरता को और अधिक बढ़ाता है, इसलिए इसका रखरखाव किया जाना चाहिए। उन्होंने सरकार से पार्क के रखरखाव के लिए संबंधित विभागों को दिशा निर्देश जारी करने की मांग की है। उन्होंने विभागीय स्तर से पार्क के रखरखाव न किए जाने की स्थिति में इसे ग्राम पंचायत को सौंपने की मांग भी की है।