राज्य आंदोलनकारियों ने किया राजभवन का घेराव धीरेंद्र प्रताप ने कहा आंदोलन करेंगे और तेज
उत्तराखंड राज्य के तमाम जनपदों से आए हजारों राज्य निर्माण आंदोलन कारियों ने आज सचिवालय से एकत्रित होकर राजभवन तक जुलूस निकाला और 10% आरक्षण को लेकर राज्यपाल बेबी रानी मौर्य से मांग की कि वह इस क्षेतीज आरक्षण के विधेयक पर तत्काल हस्ताक्षर कर राज्य आंदोलनकारियों की आकांक्षाओं के अनुरूप उनका नौकरियों में 10% आरक्षण का विधेयक पास करने की कृपा करें ।
आज के इस राजभवन घेराव में जिसका नेतृत्व आंदोलनकारी समिति के केंद्रीय मुख्य संरक्षक धीरेंद्र प्रताप पूर्व राज्य मंत्री व आप नेता रविंद्र जुगराज उत्तराखंड आंदोलनकारी मंच के अध्यक्ष जगमोहन नेगी समिति के संयोजक मनीष नागपाल कार्यकारी अध्यक्ष डॉ विजेंद्र पोखरियाल ने किया वक्ताओं ने एक स्वर में इस बिल के पास ना होने पर भाजपा के दो नालायक मुख्यमंत्रियों त्रिवेंद्र सिंह रावत और तीरथ सिंह रावत को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि इन दोनों नालायको ने उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलनकारियों की कुर्बानियों का अपमान किया है ।जिसके लिए उन्हें कदापि माफ नहीं किया जा सकता ।
इस प्रदर्शन के आयोजकों ने राज्यपालों द्वारा जिसमें पिछले राज्यपाल के के पाल और अब की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य भी शामिल हैं पर राज्य निर्माण आंदोलनकारियो के साथ अपमानजनक उपेक्षा पूर्ण निंदनीय व्यवहार का आरोप लगाते हुए कहा कि संविधान के संरक्षक के नाते और राज्य के प्रथम नागरिक होने के नाते उनका यह दायित्व था उत्तराखंड की आम जनता के संकल्पों और संघर्षों का सम्मान करती परंतु खेद का विषय है दोनों लाट साहबो ने राज्य आंदोलनकारियों के पक्ष में एक भी कदम उठाना वाजिब नहीं समझा। इस मौके पर आंदोलनकारियों को संबोधित करते हुए धीरेंद्र प्रताप रविंद्र जुगरान जगमोहन सिंह नेगी कर्मचारी नेता जीत मणि पैन्यूली परदीप कुकरेती ने राज्यपाल से मांग की कि वह राज्य के प्रथम नागरिक होने के नाते जन आकांक्षाओं का सम्मान करें । इस आरक्षण के विधयक पर दस्तखत कर राज्य आंदोलनकारियों के सम्मान का रास्ता प्रशस्त करें।
आज के इस संघर्ष को उत्तराखंड क्रांति दल के महिला शाखा की अध्यक्ष प्रमिला रावत आंगनवाड़ी की अध्यक्ष रेखा नेगी समेत अनेक नेताओं ने संबोधित किया और सरकार को चेतावनी दी कि यदि राजभवन और सरकार ने इस संबंध में जल्द फैसला ना किया तो आंदोलनकारी और महिला शक्ति आंदोलन छेड़ने को मजबूर होंगे ।
इस मौके पर मुख्य अतिथि के तौर पर आए कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह जी ने भी राज्यपाल के आचरण को लोकतांत्रिक सिद्धांतों के विपरीत बताया और कहा कि जब उत्तराखंड विधानसभा ने सर्व सम्मत प्रस्ताव पारित किया है तो जन्नत के इस प्रस्ताव का राजभवन द्वारा सम्मान किया जाना चाहिए था उन्होंने अधिकारियों को विश्वास दिलाया कि आंदोलनकारियों की इस मांग को पूरा करने के लिए कांग्रेसी यथासंभव प्रदान करें ।उन्होंने कहा कि कांग्रेश उपाध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप ने उन्हें इस रैली में आने के लिए आमंत्रित किया था और कांग्रेस पूरी तरह से आंदोलनकारियों के कंधे से कंधा मिलाकर इस लड़ाई को जीतने के लिए तैयार है ।इस मौके पर उनके साथ प्रदेश कांग्रेस महासचिव राजेंद्र सा देहरादून शहर कांग्रेस अध्यक्ष लालचंद शर्मा समेत कई महत्वपूर्ण नेता मौजूद थे।