बढती मंहगाई की मार, आम जनता कब तक सहेगी सरकार?:- डाॅ0 प्रतिमा सिंह
देहरादून 4 जुलाई 2021
भाजपा सरकार द्वारा पेट्रोल-डीजल के दामों में रोज-रोज की जा रही वृद्धि के बाद अब रसोई गैस के दामों में 25 रूपये की वृद्धि कर जनता को एहसास दिला दिया है कि चुनावों में कमल का फूल उसकी भारी भूल थी।
प्रेस को जारी एक बयान में कांग्रेस प्रवक्ता डाॅ0 प्रतिमा सिंह ने कहा कि भाजपा सरकार द्वारा पिछले लोकसभा चुनाव के बाद पेट्रोल के दाम 28 रूपये तथा डीजल के दाम 23 रूपये बढ़ा कर मंहगाई से आम जनता की कमर तोड दी है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार की मंहगाई की मार यहीं पर नहीं रूकी पिछले एक साल में सरसों के तेल में 53 रूपये, सूरजमुखी तेल में 62 रूपये, सोयाबीन तेल में 53 रूपये तथा बनस्पति घी में 41 रूपये की वृद्धि के साथ ही दलहनों के दामों में की गई बेतहाशा वृद्धि के कारण आम आदमी की थाली से दाल गायब होने लगी है। उन्होंने कहा कि रसोई गैस के दामों में 25 रूपये की भारी वृद्धि कर गैस सिलेण्डर 900 रूपये पार कर गया है जिससे गरीब का चूल्हा जलना कठिन दिखाई दे रहा है।
भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए डाॅ0 प्रतिमा सिंह ने कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल में लगातार कई बार रसोई गैस सिलेण्डर के दाम बढ़ाकर साबित कर दिया है कि यह सरकार आम जनता की न होकर कुछ सरमायेदारों की सरकार है। उन्होंने कहा कि पहले से ही मंहगाई और कोरोना महामारी की मार झेल रही गरीब जनता पर केन्द्र सरकार द्वारा लगातार मंहगाई का बोझ डालकर उसे भूखे पेट सोने पर मजबूर किया जा रहा है। उन्होने कहा कि केन्द्रीय वित्त मंत्री की अनभिज्ञता के कारण गिरती अर्थ व्यवस्था का बोझ आम आदमी पर डाला जा रहा है। केन्द्र की भाजपा सरकार मंहगाई पर लगाम लगाने से पूरी तरह नाकाम हो चुकी है तथा मंहगाई के नाम पर जनता का शोशण कर रही है। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में बड़े-बड़े वादे करने वाले प्रधानमंत्री मोदी तथा उनकी पार्टी के राष्ट्रीय नेता इन वादों को चुनावी जुमला कह कर देश की गरीब जनता का मजाक उड़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि केन्द्र में सत्तारूढ़ होने के बाद से ही भारतीय जनता पार्टी की सरकार कुछ बड़े घरानों को पल्लवित-पोषित कर रही है। भारतीय जनता पार्टी नीत सरकार को आम जनता के दुःख दर्द से दूर-दूर तक कोई सरोकार नहीं है। भारतीय जनता पार्टी और स्वयं नरेन्द्र मोदी चुनावों के समय देश की जनता से मंहगाई पर नियंत्रण करते हुये आम आदमी को राहत देने का वायदा करते हैं परन्तु आज मंहगाई घटने के बजाय दिन-दूनी रात चैगुनी वृद्धि कर रही है।