देहरादून । प्रदेश के सरकारी माध्यमिक विद्यालयों के 1800 शिक्षकों को दो महीने से वेतन नहीं मिला है। शिक्षा सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम ने दीपावली से पहले इन शिक्षकों के वेतन भुगतान के निर्देश दिए हैं। दरअसल ये शिक्षक राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत कार्यरत रहे हैं। अभियान के तहत इन शिक्षकों के मूल वेतन की राशि का भुगतान केंद्र सरकार करती रही है।
राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान और सर्व शिक्षा अभियान की जगह अब एकीकृत समग्र शिक्षा अभियान ले चुका है। इन शिक्षकों के वेतन मद के लिए केंद्र सरकार से बजट नहीं मिला है। नतीजतन शिक्षकों को वेतन नहीं मिलने से मुश्किलों से जूझना पड़ रहा है। शिक्षा सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम ने मंगलवार को सचिवालय में उक्त शिक्षकों की समस्या के संबंध में माध्यमिक शिक्षा निदेशक आरके कुंवर की मौजूदगी में शिक्षा व वित्त विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में बताया गया वेतन प्रतिबद्ध मद होने के बावजूद शिक्षकों के वेतन भुगतान की समस्या बनी हुई है। शिक्षा सचिव ने कहा कि वेतन की समस्या के समाधान का जिम्मा विभाग का है। उन्होंने विभाग को दीपावली से पहले शिक्षकों के वेतन भुगतान की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। यह भी तय किया गया कि समग्र शिक्षा अभियान के तहत वेतन मद का मुद्दा केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के समक्ष रखने का निर्णय लिया गया।
डॉ वीएस चतुर्वेदी को हरिद्वार के डीईओ-बेसिक का प्रभार
हरिद्वार जिले में जिला शिक्षा अधिकारी बेसिक के रिक्त पद पर डॉ विद्या शंकर चतुर्वेदी की तैनाती की गई है। शिक्षा सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम ने मंगलवार को डॉ चतुर्वेदी को हरिद्वार संबद्ध करने के आदेश जारी किए। डॉ चतुर्वेदी इससे पहले रुद्रप्रयाग में यही जिम्मेदारी संभाल रहे थे। पारिवारिक कारणों के चलते उन्हें संबद्ध किया गया है। हरिद्वार में जिला शिक्षा अधिकारी बेसिक का पद पिछले दो माह से रिक्त चल रहा है। इस पद पर तैनात ब्रहमपाल सिंह सैनी बीती 30 सितंबर को सेवानिवृत्त हो चुके है। सैनी को विभिन्न आरोपों के चलते सेवानिवृत्ति से कुछ पहले ही निलंबित किया गया था।