आखिर कब खत्म हो होगा मंत्री हरक सिंह का हाई वोल्टेज ड्रामा- गरिमा मेहरा दसौनी
देहरादून
उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस की प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी ने काबीना मंत्री हरक सिंह रावत के शमशेर सिंह सत्याल को कर्मकार विभाग की कमान सौंपने संबंधी बयान को हास्यास्पद बताया है। उन्होंने कहा कि हरक आखिर इस हाईवोल्टेज ड्रामे से क्या साबित करना चाहते हैं ? दसौनी ने कहा कि ना हरक सिंह जी से न तो कर्मकार बोर्ड संभल पा रहा है और ना ही उर्जा विभाग। जिस तरह से ऊर्जा विभाग के कर्मचारी भी हड़ताल पर जाने की बात कर रहे हैं, उससे मंत्री पर नाच ना जाने आंगन टेढ़ा वाली कहावत चरितार्थ होती है। गरिमा ने सवाल किया कि आखिर सभी सचिवों को हरक सिंह रावत से ही दिक्कत क्यों हो रही है ? दसौनी ने कहा कि हरक सिंह रावत को अगर इतनी ही परेशानी हो रही है तो वह कर्मकार विभाग और ऊर्जा विभाग समेत मंत्री पद से त्यागपत्र क्यों नहीं दे देत। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि यदि सरकार में आपसी समन्वय की इतनी कमी रहेगी तो प्रदेश का विकास कैसे हो पाएगा। दसौनी ने कहा कि इस तरह के प्रकरणों से प्रदेश की जनता के मनोबल में भी कमी आती है। लंबे समय से कर्मकार बोर्ड में मंत्री और शमशेर सिंह के बीच जारी नूरा कुश्ती बहुत ही शर्मसार करने वाली है। बोर्ड श्रमिकों के हितों के लिए बना जरूर है लेकिन वहां एक अरसे से उनके हितों के अलावा सारी बातों पर विवाद हो रहा है। दसौनी ने हरक सिंह रावत को नेक सलाह देते हुए कहा कि मीडिया के सामने खुद को दीनहीन और पीड़ित दिखाने के बजाय हरक सिंह रावत स्वयं मंत्रिमंडल से इस्तीफा क्यों नहीं दे देते ? दसोनी ने जोड़ा कि यदि मंत्री महोदय का अपने सचिवों के साथ समन्वय स्थापित नहीं हो पा रहा है तो ऐसे में मीडिया के सामने रोने गाने से अच्छा होगा कि मंत्री जी स्वयं ही पद छोड़ दें।